Title of the Book: Valley of Flowers
Author: Frank S. Smythe
Year of Publication: 1938
वर्ष 1931 का मानसून, तीन ब्रिटिश पर्वतारोही, चले थे माउंट कामेत पर्वत शिखर तक पहुँचने का नया रास्ता ढूँढने, ढूँढ भी लिए, पर जब वापस आने लगे तो रास्ता भटक गए, भटके भी तो क्या खूब भटके, ऐसे भटके कि रंग-बिरंगी महकती फूलो की घाटी, Valley of Flowers (फूलों की घाटी) की खोज कर डाली।
तीन पर्वतारोहियों में से एक, फ़्रैंक एस स्माइथ, वर्ष 1937 में Valley of Flowers फिर से वापस आए, चार महीने इस खूबसूरत वादियों में प्रवास किया, और वैली ओफ़ फ़्लावर की इस रोमांचक खोज पर ‘वैली ओफ़ फ़्लावर’ शीर्षक से एक यात्रा वृतांत लिखा जो वर्ष 1938 में प्रकाशित हुई।
यह किताब आपको Valley of Flowers के साथ-साथ कामेत चोटी पर पहला पर्वतारोहण का भी रोमांच महसूस कराएगा। 24 अध्यायों में बटा ये किताब आपको एक अनजान रास्ते पर चलते हुए पर्वतारोहण के साथ साथ, एक अनजान और खूबसूरत वादी की खोज का रोमांच भी देता है।
चुकी स्माइथ स्वयं एक फ़ोटोग्राफ़र थे इसलिए उन्होंने अपने यात्रा के दौरान फूलों की घाटी के खिंचे चुनिंदा 16 फ़ोटो को भी इस किताब में शामिल किया है। ये चित्र रंगीन है। इसके अलावा इस किताब में दो मानचित्र भी है जिसमें से एक मानचित्र काउरी दर्रा और दूसरा बाँके क्षेत्र का है।

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कामेत पर्वत शिखर, नंदा देवी पर्वत शिखर के बाद गढ़वाल की सबसे ऊँची पर्वत चोटी है। लेखक वर्ष 1930 में ये कंचनजंगा चोटी पर भी चढ़ाई करने का प्रयास करते हैं पर विफल हो जाते हैं। 1931 में जब ये अपने तीन अन्य साथियों के साथ ये फिर से कामेत चोटी की चढ़ाई करने का प्रयास करते हैं और सफल होते हैं। ऐसा करने वाले ये दुनियाँ में पहले व्यक्ति थे जबकि उस दौर में मनुष्य द्वारा सफलता पूर्वक चढ़ाई की जाने वाली चोटीयों में से कामेत पर्वत सर्वाधिक ऊँचा पर्वत शिखर था।
इस किताब के अलवा लेखक Smythe 26 अन्य किताबें भी लिख चुके हैं जो उनके द्वारा दुनियाँ के विभिन्न हिस्सों में किए गए पर्वतारोहण का जीवंत यात्रा वृतांत है। Smythe की किताब ‘The Kanchenjunga Adventure’ (Download) ने इन्हें यात्रा वृतांत लेखक के रूप में स्थापित कर दिया।
“Valley of Flowers की खोज दुर्घटनावश संयोग मात्र था”
इस किताब में आपको वैली ओफ़ फ़्लावर के अलावा माणा, निलकंठ, दूनागिरी, राताबन, और नीलगिरी की चोटी का भी वर्णन करते हुए एल्प पर्वत के साथ तुलना भी करते हैं। अगले साठ वर्षों तक शायद ही कोई किताब वैली ओफ़ फ़्लावर पर लिखी जो इस किताब से बेहतर वर्णन कर पाया हो। लेखक ने इस किताब से पहले वर्ष 1932 में ‘Kamet Conquered’ (Download) शीर्षक से एक अन्य किताब भी लिखी जिसमें फूलो की घाटी के खोज का विवरण है।
वर्ष 1949 में, 48 वर्ष की छोटी उम्र में इस महान पर्वतारोही का अंत हो गया। इनके साथ वैली ओफ़ फ़्लावर की खोज करने वाले दो अन्य साथियों का नाम था Eric Shipton और R. L. Holdsworth. Eric Shipton वही व्यक्ति हैं जिन्होंने 1930 के दशक में एवेरेस्ट शिखर पर चढ़ाई का प्रयास करने वाले लगभग सभी पर्वतारोही दल का हिस्सा थे।
Route 1: Delhi—Haridwar or Dehradun (Train, Bus or Flights)—Srinagar—Rudraprayag—Karnprayag—Chamoli—Joshimath—Govindghat (Bus or Shared Taxi)—Ghangaria—Hemkund or Valley of Flowers (Closed during November to April)
Route 2: Delhi—Haridwar or Dehradun (Train, Bus or Flights)—Srinagar—Rudraprayag—Ukhimath—Kedarnath—Ukhimath—Chopta—Gopeshwar—Joshimath—Govindghat (Bus or Shared Taxi)—Ghangaria—Hemkund or Valley of Flowers (Closed during November to April)
[…] border through Uttarakhand. This includes the famous expedition of Smyth who discovered the ‘Valley of Flowers‘ in the year […]